- 126 करोड़ की लागत से सोने की प्लेटों से किया गया तैयार
- श्रीराम महायंत्र को दक्षिण भारत में कांची पीठ द्वारा किया गया तैयार
अयोध्या। राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित होने वाले 180 किलो सोने से निर्मित "श्रीराम महायंत्र" के लिए रथयात्रा कांची पीठ से अयोध्या के लिए रवाना हुई है। इस महायंत्र का निर्माण सोने की प्लेटों से किया गया है और इसकी अनुमानित कीमत 126 करोड़ रुपये है।
महायंत्र की भव्यता-
श्रीराम महायंत्र को विशेष रूप से दक्षिण भारत में कांची पीठ द्वारा तैयार किया गया है। यह यंत्र आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है और रामलला मंदिर के गर्भगृह में इसकी स्थापना से मंदिर की ऊर्जा को और पवित्र बनाने का उद्देश्य है।
रथयात्रा का स्वागत-
यात्रा जबलपुर, मध्य प्रदेश से होकर गुजरी, जहां इसका स्वागत आम नागरिकों और नेताओं ने किया। जबलपुर के ग्वारीघाट में इसे पूजा के लिए रखा गया और रात्रि विश्राम किया गया। कटनी जिले में भी रथयात्रा का भव्य स्वागत हुआ, जिसमें स्थानीय धार्मिक और राजनीतिक नेताओं ने भाग लिया।
महायंत्र की ऊंची कीमत और धार्मिक महत्व को देखते हुए इसे अत्यधिक सुरक्षा प्रदान की गई है। पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं। यात्रा के दौरान महायंत्र ने विभिन्न शहरों में लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है, जो इसे देखकर अपने जीवन को धन्य मान रहे हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है।