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3000 प्रदर्शकों ने दिखाई भारत की हस्तशिल्प कला

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ग्रेटर नोएडा। 

ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित 58वां आईएचजीएफ प्रदर्शनी

3000 से अधिक प्रदर्शकों ने हस्तशिल्प कला के माध्यम से एक मिनी भारत को दिखाने की सकारात्मक कोशिश की गई। यह मौका था ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिय़ा एक्सपो मार्ट में आयोजित 58वां आईएचजीएफ दिल्ली मेला की। ऑटम 2024 में भारत के कामगारों को सोर्सिंग के लिए अनूठा अवसर प्रदान किया गया। 16 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक चलने वाले इस मेले में 16 से 20 अक्टूबर 2024, इंडिया एक्सपो सेंटर, 15 से अधिक प्रसिद्ध शिल्पकार, 20 सर्वश्रेष्ठ डिस्प्ले पुरस्कार, 10 सेमिनार, और 5 रैंप शो सीक्वेंस आयोजित किए गए ।


इस मेले में हाउसवेयर, होम फर्निशिंग, फर्नीचर, गिफ्ट और डेकोर, फैशन जूलरी, कारपेट और बाथरूम एक्सेसरीज सहित 14 डिस्प्ले सेगमेंट्स में 3000 से अधिक प्रदर्शक अपने उत्पाद प्रस्तुत किए गए।


इस अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में भाग लेने वाले प्रदर्शक दुनिया भर के खरीदारों को भारतीय हस्तशिल्प की विशिष्टता से जोड़ने का प्रयास किया गया। ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद ने कहा, “आईएचजीएफ मेला भारतीय हस्तशिल्प के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जो अंतर्राष्ट्रीय खरीदारों को हमारे अनूठे और विविध उत्पादों से जोड़ता है। यह मेला भारतीय हस्तशिल्प की वैश्विक पहचान को और मजबूत करने में मदद करेगा।”


ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि, “भारतीय हस्तशिल्प की बढ़ती वैश्विक मांग को देखते हुए, यह मेला एक ऐसा मंच था, जहां घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय खरीदार एक ही छत के नीचे मिल सकते थे। यह न केवल सोर्सिंग का एक महत्वपूर्ण अवसर था, बल्कि भारतीय शिल्प को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का भी एक माध्यम है।”

इस बार मेले का मुख्य आकर्षण बिहार के पारंपरिक शिल्पों, जैसे कि सुजनी, मधुबनी पेंटिंग और सिक्की घास शिल्प, की विशेष प्रदर्शनी आयोजित की गई। इसके अलावा, 10 से अधिक सेमिनार और 5 से अधिक रैंप शो सीक्वेंस मेले के आकर्षण बढ़ाया। 

मेले के मुख्य आकर्षण के केंद्र-

3000+ प्रदर्शक

15+ प्रसिद्ध शिल्पकार

20+ सर्वश्रेष्ठ डिस्प्ले पुरस्कार

10+ सेमिनार

5+ रैंप शो सीक्वेंस