रुद्रपुर, उत्तराखण्ड
उत्तराखण्ड के रुद्रपुर में पहाड़गंज इलाके में कूड़े का एक विशाल पहाड़ था, जो करीब 40 सालों से जमा हो रहा था। यह जगह रुद्रपुर-किच्छा हाईवे और कल्याणी नदी के किनारे स्थित है, जिससे बारिश के समय कूड़ा नदी में बहकर जल प्रदूषण भी फैलाता था। यहां से गुजरते समय लोगों को तेज दुर्गंध का सामना करना पड़ता था और आसपास के घरों में कूड़ा उड़कर पहुँचता था। लेकिन रुद्रपुर के तत्कालीन जिलाधिकारी और नगर निगम के प्रशासक उदयराज सिंह ने नगर निगम की टीम के साथ मिलकर इस गंदगी के पहाड़ को हटाने की ठानी।
उन्होंने बायोमाइनिंग और बायोरिमेडिएशन जैसी तकनीकों की मदद से लगभग 2,11,000 मीट्रिक टन कूड़ा हटवाया और उस जमीन को समतल कराकर वहाँ एक सुंदर, हरा-भरा पार्क बनवा दिया। और आज इस पार्क में लोग सुबह-शाम घूमते हैं, ताज़ी हवा लेते हैं और पर्यावरण की साफ-सफाई का महत्व समझते हैं। इस प्रयास की पूरे देश में सराहना हुई और रुद्रपुर की यह कहानी केंद्र सरकार द्वारा देश की 75 प्रेरणादायक स्वच्छता कहानियों में शामिल की गई। यहां तक कि नगालैंड की नगरपालिका और नगर पंचायत की टीम भी इस स्थान का दौरा करने आई, ताकि वह इस सफल मॉडल को अपने यहाँ अपना सकें। बता दें यह परिवर्तन दिखाता है कि इच्छाशक्ति, समर्पण और सही प्रबंधन से कोई भी असंभव कार्य संभव बनाया जा सकता है।