- लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 5:32 बजे से रात 8:51 बजे तक
उत्तर प्रदेश। दीपावली 2024 का पर्व इस बार 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा। काशी, अयोध्या, और मथुरा के पंडितों के अनुसार, इस दिन लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 5:32 बजे से रात 8:51 बजे तक रहेगा।
काशी के ज्योतिषियों ने कहा कि कार्तिक माह की अमावस्या 31 अक्टूबर को सूर्यास्त से पहले प्रारंभ होगी और अगले दिन, 1 नवंबर को समाप्त होगी। इसी कारण, 31 अक्टूबर को दिवाली मनाना शास्त्र सम्मत माना गया है। उज्जैन और अन्य धार्मिक नगरों जैसे अयोध्या और मथुरा में भी यही तिथि तय की गई है। ध्यान दें कि लक्ष्मी पूजा के दौरान मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विशेष पूजा की जाती है, और यह रात के समय प्रदोष काल में शुभ मानी जाती है।
लक्ष्मी पूजन के प्रमुख मुहूर्त:
- प्रदोष काल: शाम 5:12 बजे से 7:43 बजे तक।
- गोधुली मुहूर्त: शाम 5:36 से 6:02 बजे तक।
- निशिथ काल: रात 11:39 बजे से 12:31 बजे तक।
- लक्ष्मी पूजा का मुख्य मुहूर्त: शाम 5:32 से 8:51 बजे तक।
पूजा विधि और सामग्री:
लक्ष्मी पूजन के लिए आवश्यक सामग्री में हल्दी, कुमकुम, चावल, अबीर, गुलाल, मेहंदी, केले के पत्ते, गन्ना, खील-बताशे, पांच तरह की मिठाई, घी, तेल, दीपक, नाड़ा, रुई, रोली, चौकी, तुलसी, मौली, कपूर, और चंदन शामिल हैं। पूजा के दौरान भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की मूर्तियों को सजाया जाता है और उनके समक्ष दीप प्रज्वलित कर पूजा की जाती है
दीपावली का महत्व:
धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक चलने वाले इस पांच दिवसीय उत्सव में दिवाली का मुख्य दिन लक्ष्मी पूजन का होता है। इस दिन मान्यता है कि मां लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं और भक्तों के घरों में सुख, समृद्धि और धन का आशीर्वाद देती हैं। गणेश जी की पूजा भी की जाती है ताकि घर में रिद्धि-सिद्धि का वास हो।
इस बार, काशी, अयोध्या और मथुरा के पंडितों द्वारा सुझाए गए समय के अनुसार, 31 अक्टूबर को शाम 8 बजे लक्ष्मी पूजन किया जाना सबसे शुभ माना जा रहा है