आज हर क्षेत्र में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस हावी होता जा रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ नगर निगम में अब सफाईकर्मियों की हाजिरी एआई के जरिए फेस रिकग्नाइजेशन पर आधारित होगी। इसलिए अब दो हजार से अधिक सफाई कर्मचारियों के चेहरे व आंखों के रेटीना से उपस्थिति लगेगी। इस तरह एआई से हाजिरी लगने वाला सिस्टम यहां के नगर निगम में सक्रिय हो गया है। इसके लिए मोबइल एप एम्प्लाई ट्रैकिंग साफ्टवेयर (ईटीएस) भी बन चुका है।
इस तरह अब आधुनिक तरीके से नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति लगेगी। ऐसे में ईटीएस के जरिए सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति लगाने वाला अलीगढ़ प्रदेश का पहला नगर निगम बन गया है। बता दें कि यहां 2260 सफाई कर्मचारी नगर निगम में हैं। जिनका लगभग पांच करोड़ रुपये का वेतन रिलीज होता है। वहीं इन कर्मचारियों में से करीब 1800 का डेटा भी एआई में फीड भी हो चुका है। हालांकि अलीगढ़ के पहले लखनऊ में सफाईकर्मियों की ऑनलाइन हाजिरी की व्यस्था तो थी लेकिन एआई के जरिये नहीं थी।
इस तरह अलीगढ़ नगर निगम ने पारदर्शिता से सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति के लिए यह तरीका लागू किया है। ऐसे में इस व्यवस्था से अब काम को लेकर लापरवाही की शिकायतें भी दूर हो जाएंगी। इससे अब आम लोगों के प्रति सिस्टम की अधिक जवाबदेही भी सुनिश्चत होगी। वहीं सफाईकर्मियों में 804 स्थायी कर्मचारी, 355 संविदा सफाई कर्मचारी और 1087 कर्मचारी ठेका पर कार्यरत हैं। जबिक सभी कैटेगिरी में मिलाकर लगभग 367 पद खाली हैं।
इस तरह इस पारदर्शी प्रणाली के जरिए ही अगले महीने से वेतन जारी होना शुरू हो सकता है। एआई के जरिये उपस्थिति का पूरा सिस्टम वानी-टेक साल्यूशंस कंपनी ने लगाया है। विशेष बात कि इस प्रक्रिया में कर्मचारियों को सफाई वाले स्थान पर जाकर ही मोबाइल पर डाउनलोड एप के जरिए चेहरे की लाइव फोटो डालनी होगी। तभी हाजिरी लगेगी।