राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी के अवध प्रांत प्रवास के क्रम में सरस्वती शिशु मंदिर निराला नगर, लखनऊ में विभिन्न सांगठनिक बैठकें सम्पन्न हुईं. इन बैठकों में अवध प्रांत में संघ कार्य के विस्तार और दृढ़ीकरण हेतु विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई.
समाज के विभिन्न स्तरीय लोग जो अपने-अपने स्थान पर स्वयं का कार्य करते हुए समाज एवं राष्ट्र के बारे में निरंतर चिंतन करते रहते हैं, ऐसे लोगों से संपर्क करने एवं उनके सहयोग से समाज में विभिन्न सकारात्मक क्रियाकलापों को गति देने की चर्चा हुई.
हिन्दू समाज के हित चिंतन की दृष्टि से अवध प्रांत में आगामी संभावनाओं को खोजने एवं उनके क्रियान्वयन पर चर्चा हुई. ग्रामीण अंचल में समाज विरोधी एवं अराष्ट्रीय तत्वों की गतिविधि वाले क्षेत्रों में अपना काम विशेष तौर पर बढ़ाने के साथ ही लव-जिहाद, मतान्तरण आदि के विरुद्ध वृहत् जन जागरण का कार्य तीव्र गति से बढ़ाया जाएगा.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक विगत ९८ वर्षों से शाखा कार्य के माध्यम से लगातार राष्ट्र कार्य में लगे हुए हैं. शाखा पर व्यक्ति निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के समस्त कार्यों के लिए सामर्थ्य प्राप्त करते हुए समाज जीवन के अलग-अलग प्रकार के कार्यों में लगे हुए हैं. संघ के स्वयंसेवकों द्वारा किए जाने वाले सभी कार्य सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए ही हैं. संघ अपने मूल कार्य शाखा के साथ ही समाज के हर क्षेत्र में एवं हर स्थान पर अपनी व्यापक उपस्थिति एवं गतिविधियाँ बढ़ाने का कार्य सक्रिय रूप से करेगा.
सामाजिक समरसता के क्षेत्र में समाज के वंचित बंधुओं को अधिकार एवं सम्मान दिलाने के लिए संघ प्रतिबद्ध है एवं उसके लिए विभिन्न स्तरों पर कार्य भी कर रहा है. नयी पीढ़ी के बालकों में भी संघ के विचार संस्कार के व्याप हेतु पूरी सक्रियता से संघ कार्य करेगा.