योग भारत की हजारों वर्षों प्राचीन जीवन शैली है। यह जीवन जीने का वह तरीका है जिसका लोहा आज सारी दुनिया मान रही है। देश के बच्चें अपनी विरासत का संरक्षण करें एवं उसे आगे बढाने में योगदान दें इसके लिए समय समय पर विभिन्न विद्यालयों के बच्चों को योग आसन में अपना प्रदर्शन का अवसर प्रदान करने हेतु योग लीग आयोजित की जाती हैं।
इसी क्रम में हाल ही में गोरखपुर में खेलो इंडिया नार्थ जोन अस्मिता महिला योगासन लीग का आयोजन किया गया था। इसमें उत्तर भारत के चार सौ स्कूलों ने प्रतिभाग किया। इसमें उत्तर प्रदेश विजेता रहा। लीग में आगरा की बालिकाओं ने बेहतर प्रदर्शन किया। विजेता रहने के कारण ये बालिकाएं राष्ट्रीय स्तर की होने वाली लीग में प्रतिभाग करेंगी। गोरखपुर के दिल्ली पब्लिक स्कूल में योगासन लीग में 12 साल से 55 साल के प्रतिभागियों ने भाग लिया।
लीग में आगरा के दिल्ली पब्लिक स्कूल की छात्रा नाइशा सिंघल, नाईशा दीक्षित और विदूषी शर्मा ने आर्टिस्टिक योगासन ग्रुप में जगह बनाई। तीनों बालिकाएं अस्मिता खेलो भारतीय महिला लीग के लिए चुनी गईं। इनके साथ केंद्रीय विद्यालय नंबर-1 की छात्रा भूमि और निहारिका ने अच्छा प्रदर्शन किया। सभी खिलाड़ी एक अक्टूबर से दिल्ली में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय महिला लीग में प्रतिभाग करेंगी। लीग में उत्तर भारत के नौ राज्य उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू एवं कश्मीर चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश और लदाख की चार सौ से अधिक महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर विश्व योगासन संघ के महासचिव डा. जयदीप आर्य ने सभी खिलाड़ियों को सम्मानित किया।
योग आसन केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है यह योगनिष्ठ जीवन प्रणाली का एक अंग है जो हमारे शरीर और मन को योग की गहरी साधना के लिए तैयार करता है। विद्यार्थियों में योग के प्रति रूचि बढाने के लिए इस प्रकार के आयोजनों का बड़ा महत्त्व है। समाज के गणमान्य व्यक्तियों और सामाजिक संस्थाओं को विद्यालयों के सहयोग से ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते रहना चाहिए जो हमारी आने वाली पीढ़ी को सुसंस्कृत और अपनी विरासत को सहजने योग्य बनाते हैं।