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25 लाख दीप जलाकर अयोध्या रचेगा इतिहास

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अयोध्या।

- प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहेंगे मौजूद

- आयोजन को विशेष बनाने के लिए, शासन प्रशासन के लोग दिन रात तैयारी पर जुटे

- पिछले साल 18 लाख दीये का टूटेगा रिकार्ड


अपने भगवान राम के आगमन को लेकर अयोध्या नगरी तैयार है। प्राकृतिक फूलों और मनमोहक दीये की श्रंखला ने अयोध्या को खास बना दिया है। अयोध्या में दीपोत्सव का इस बार एक भव्य और ऐतिहासिक आयोजन हो रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन ने इस बार 25 लाख दीये जलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जो पिछले वर्ष के 18 लाख दीयों के रिकॉर्ड से कहीं अधिक है। यह आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बल्कि पर्यटन और आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। अयोध्या में दीपोत्सव को दिवाली के पहले एक बड़े पर्व के रूप में मनाया जा रहा है, और इसमें लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भागीदारी देखने को मिल रही है।

25 लाख दीयों का रिकॉर्ड- 

अयोध्या में इस साल 25 लाख दीयों के प्रज्वलन का लक्ष्य है। सरयू नदी के किनारे और राम की पैड़ी पर मिट्टी के दीये जलाए जाएंगे, जिससे पूरा शहर एक अद्भुत रोशनी से जगमगाएगा। पिछले साल के 18 लाख दीपों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए इस बार का दीपोत्सव गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान पाने की दिशा में है।


सरयू आरती और राम की पैड़ी की सजावट-

सरयू नदी के तट पर स्थित राम की पैड़ी को रंग-बिरंगी रोशनी, फूलों और विशेष सजावट से सजाया गया है। यहां सरयू आरती का आयोजन भी होगा, जिसमें विशेष दीपों का प्रयोग किया जाएगा। सरयू नदी के इस भव्य दृश्य को देखने के लिए स्थानीय लोगों और पर्यटकों की बड़ी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है।

मुख्य समारोह और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ-

अयोध्या के राम कथा पार्क में दीपोत्सव का मुख्य समारोह होगा, जहाँ पर विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ आयोजित की जाएंगी। इस साल के दीपोत्सव में भारत के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ इंडोनेशिया, थाईलैंड और श्रीलंका जैसे देशों से आए कलाकार भी रामलीला का मंचन करेंगे। रामायण पर आधारित इन देशों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ आयोजन में वैश्विक रंग भरेंगी।

भव्य झांकियाँ और शोभायात्रा-

दीपोत्सव के दौरान, अयोध्या में भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंगों पर आधारित भव्य झांकियाँ निकाली जाएंगी। यह शोभायात्रा पूरे शहर से गुजरेगी, जिससे श्रद्धालु भगवान राम के जीवन के विभिन्न पक्षों को देखने और समझने का अवसर प्राप्त  कर सकेंगे।

लेजर शो और आतिशबाजी-

इस दीपोत्सव में विशेष लेजर शो का आयोजन किया जाएगा, जो भगवान राम के जीवन की विभिन्न कथाओं को जीवंत करेगा। इसके अलावा, रंग-बिरंगी आतिशबाजी का भव्य प्रदर्शन भी होगा, जो इस आयोजन में और अधिक आकर्षण जोड़ेगा।


प्रसिद्ध हस्तियों और गणमान्य व्यक्तियों की भागीदारी-

दीपोत्सव के इस भव्य आयोजन में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित राज्य और केंद्र सरकार के कई गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। इस अवसर पर विशेष सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का भी   आयोजन होगा।

दीपोत्सव का सांस्कृतिक और पर्यटन महत्व-

अयोध्या का दीपोत्सव न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह अयोध्या को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में भी स्थापित कर रहा है। हर साल इस पर्व में लाखों श्रद्धालु और पर्यटक भाग लेते हैं, जिससे शहर की अर्थव्यवस्था को भी लाभ होता है। इसके साथ ही, इस आयोजन के माध्यम से भारतीय संस्कृति और धार्मिकता का प्रचार-प्रसार भी होता है।

सुरक्षा और व्यवस्था-

इस विशाल आयोजन के दौरान, प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है। लाखों लोगों के आगमन के मद्देनजर पुलिस, फायर सर्विस, चिकित्सा सेवा, और अन्य आपातकालीन सेवाओं को तैनात किया गया है। 

अयोध्या का यह दीपोत्सव भारत की धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को सम्मान देने का एक अद्भुत अवसर है। इस भव्य आयोजन के माध्यम से अयोध्या का दीपोत्सव पूरे विश्व में भारत की सांस्कृतिक संपदा का प्रतीक बनकर उभर रहा है।