उत्तरप्रदेश।
-खास ऑफर से लुभा रहा है बाजार, सोना चांदी की मांग बढ़ी
धनतेरस का दिन धन, समृद्धि और स्वास्थ्य के प्रतीक भगवान धन्वंतरि और देवी लक्ष्मी की पूजा का विशेष अवसर है। इस दिन को बहुत शुभ माना जाता है, और विशेष रूप से इस दिन खरीददारी, विशेष रूप से सोना, चांदी, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स और गहने खरीदने की परंपरा है। पूरे देश में आज धरतेरस का बाजार सजा है ।
शुभ मुहूर्त में खरीदारी-
धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में खरीदारी करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस वर्ष के लिए शुभ मुहूर्त समय पर खरीददारी कर सकते हैं।
धनतेरस पर बाजारों में रौनक-
धनतेरस के अवसर पर बाजारों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। सोना, चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स और बर्तन की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है। कई जगहों पर विशेष ऑफर्स और छूट भी दी जा रही हैं, जिससे खरीददारों की संख्या बढ़ी है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर भी बड़ी मात्रा में खरीदारी की जा रही है।
धनतेरस का शुभ मुहूर्त-
आज शाम 5:30 बजे से रात्रि 7:30 बजे तक
वैकल्पिक शुभ समय:
दोपहर 1:00 बजे से 2:30 बजे तक, और संध्या 6:00 बजे से 8:00 बजे तक
पूजा विधि-
धनतेरस की पूजा में भगवान धन्वंतरि और देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इसके साथ कुबेर और यमराज की भी पूजा का महत्व है। पूजा विधि इस प्रकार है:
साफ-सफाई -
सबसे पहले अपने घर को साफ करें, विशेषकर पूजा स्थान को।
दीपक जलाना-
एक छोटा दीपक मुख्य दरवाजे पर जलाएं और इसे पूरे रात जलते रहने दें। यह यमराज की पूजा के रूप में माना जाता है।
कलश की स्थापना-
पूजा स्थान पर एक कलश रखें, जिसमें जल, कुछ सुपारी, लौंग, हल्दी और सिक्के डालें।
भगवान धन्वंतरि की पूजा-
धन्वंतरि को तुलसी, फल, फूल, अक्षत, और मिठाई अर्पित करें।
मंत्र- "ॐ धन्वंतरये नमः" का 11 बार जाप करें।
धनतेरस का महत्व-
धनतेरस पर खरीददारी और पूजन से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और आर्थिक उन्नति के साथ स्वास्थ्य की रक्षा होती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन से अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे।