- दीपावली में मंदिर को खास तरह के फूलों से सजाया गया
बदरीनाथ धाम में इस वर्ष दिवाली के अवसर पर मंदिर को लगभग आठ कुंतल फूलों से सजाया जाएगा। इस भव्य सजावट से मंदिर और भी सुंदर दिखाई देगा और श्रद्धालुओं को एक दिव्य अनुभूति होगी। बदरीनाथ मंदिर की यह सजावट इस साल की चार धाम यात्रा के आखिरी दिनों में विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगी। चार धाम यात्रा, जिसमें बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री शामिल हैं, इस वर्ष श्रद्धालुओं के बीच अत्यधिक लोकप्रिय रही है, और अब तक 45 लाख से अधिक लोग इस यात्रा का हिस्सा बन चुके हैं।
फूलों का अद्वितीय उपयोग-
बदरीनाथ मंदिर को सजाने के लिए आठ कुंतल फूलों का उपयोग किया जाएगा, जिसमें गेंदे, गुलाब, और कई तरह के रंग-बिरंगे फूल शामिल होंगे। फूलों की इस सजावट से मंदिर की शोभा और भी बढ़ जाएगी और श्रद्धालु मंदिर में दिव्य अनुभूति करेंगे।
सजावट का उद्देश्य-
फूलों की सजावट का उद्देश्य न केवल मंदिर की शोभा बढ़ाना है, बल्कि इस पवित्र स्थान को एक विशिष्ट रूप देना भी है। श्रद्धालुओं को यात्रा के अंतिम चरण में एक अद्वितीय अनुभव देने के लिए यह भव्य सजावट की जा रही है।
चार धाम यात्रा का ऐतिहासिक आंकड़ा-
इस वर्ष चार धाम यात्रा में रिकॉर्ड तोड़ संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया है। अब तक लगभग 45 लाख लोग इन पवित्र स्थलों का दर्शन कर चुके हैं, जो चार धाम यात्रा के इतिहास में सबसे अधिक है। कोविड के बाद से इस यात्रा में लोगों की भागीदारी में अत्यधिक वृद्धि देखने को मिली है।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था-
प्रशासन ने इस भीड़ को संभालने के लिए खास इंतजाम किए हैं। बदरीनाथ धाम के आसपास सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और सहज रूप से दर्शन कर सकें।
अलौकिक वातावरण-
फूलों की भव्य सजावट और दीपों की रोशनी से बदरीनाथ धाम दिव्य आभा में नहाएगा। इससे मंदिर का वातावरण अत्यंत मनमोहक हो जाएगा और श्रद्धालु एक अलौकिक आध्यात्मिक अनुभव का आनंद ले सकेंगे। चार धाम यात्रा की इस सफलता से उत्तराखंड की धार्मिक पर्यटन की छवि को मजबूती मिली है। श्रद्धालुओं के लिए यह यात्रा न केवल आध्यात्मिक अनुभव है, बल्कि भव्यता और दिव्यता का एक प्रतीक भी है।