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बहराइच हिंसा : खुद तोड़ रहे अपना घर

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बहराइच। 

-मुस्लिम महिला का छलका दर्द, सीएम से की न्याय की अपील 

बहराइच में हाल ही में हुई हिंसा के बाद प्रशासनिक कार्रवाई के कारण एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें लोग अपने घरों को खुद ही तोड़ने के लिए मजबूर हो गए हैं। बहराइच में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद प्रशासन ने अवैध निर्माणों को हटाने के लिए अभियान चलाया, जिसके तहत कुछ मकानों को गिराने का आदेश दिया गया। कई लोग, जिनके घर इस कार्रवाई की चपेट में आ रहे हैं, खुद ही अपने घरों को तोड़ने पर मजबूर हो गए हैं ताकि वे प्रशासन के बुलडोजर की कार्रवाई से बच सकें।


हिंसा की पृष्ठभूमि-
बहराइच में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद शहर में माहौल तनावपूर्ण हो गया था। हिंसा के बाद प्रशासन ने अवैध निर्माणों पर कार्रवाई का निर्णय लिया, जिसके तहत कई घरों और दुकानों को गिराने की योजना बनाई गई। प्रशासन की ओर से कार्रवाई शुरू होने पर कुछ लोग खुद अपने घरों को तोड़ने लगे ताकि वे सरकारी कार्रवाई से बच सकें।

भावनात्मक अपील-

इस पूरी घटना के दौरान कुछ परिवारों के सामने एक असहनीय स्थिति पैदा हो गई है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक महिला रोते हुए अपने घर को खुद तोड़ती दिख रही है। वीडियो में वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भावनात्मक अपील कर रही है कि उनके परिवार को इस मुसीबत से बचाया जाए।

प्रशासन की कार्रवाई-

प्रशासन का कहना है कि वे अवैध निर्माणों को हटाने की कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन कई निर्दोष लोग भी इस कार्रवाई की चपेट में आ रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम जरूरी था, लेकिन जिन लोगों के घर गिराए जा रहे हैं, वे इससे गहरी आर्थिक और मानसिक चोट झेल रहे हैं।


सामाजिक और आर्थिक प्रभाव-

हिंसा के बाद घरों को खुद तोड़ने की यह घटना न केवल सांप्रदायिक तनाव का परिणाम है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कई परिवारों की मेहनत और सपनों पर इसका कितना बुरा असर पड़ा है। लोग अपने जीवनभर की बचत से बनाए गए घरों को खुद ही तोड़ने पर मजबूर हो गए हैं, जो उनके लिए अत्यधिक दर्दनाक है।

बुलडोजर कार्रवाई-

उत्तर प्रदेश सरकार के हाल के वर्षों में बुलडोजर के जरिए अवैध निर्माण हटाने की नीति के तहत यह कार्रवाई हो रही है। इस नीति के अनुसार, जिन लोगों ने अवैध रूप से सरकारी या अन्य जमीन पर कब्जा किया है, उनके निर्माणों को हटाने के लिए बुलडोजर चलाया जा रहा है। यह कार्रवाई विशेष रूप से उन क्षेत्रों में की जा रही है जहां हिंसा भड़कने के बाद असामाजिक तत्व सक्रिय हो सकते हैं।

प्रभावित लोग खुद तोड़ रहे अपने मकान-

कई लोग, जिनके मकानों पर प्रशासन की कार्रवाई का खतरा मंडरा रहा है, खुद ही अपने मकानों को तोड़ रहे हैं ताकि उन्हें और ज्यादा नुकसान न हो। यदि प्रशासन के बुलडोजर आते हैं, तो पूरे मकान को ध्वस्त कर दिया जाएगा, इसलिए कुछ लोग अपने घर के कुछ हिस्सों को खुद ही तोड़ रहे हैं ताकि कम से कम नुकसान हो।


बहराइच में हुई हिंसा के बाद प्रशासन की कार्रवाई और लोगों की मजबूरी ने एक बहुत ही दुखद स्थिति पैदा कर दी है। लोग अपने ही हाथों से अपने घरों को तोड़ते हुए बेहद पीड़ा का सामना कर रहे हैं। अब सभी की नजरें प्रशासन और राज्य सरकार पर हैं कि वे इस स्थिति से निपटने के लिए क्या कदम उठाते हैं, और पीड़ित परिवारों को राहत देने के लिए क्या प्रयास किए जाएंगे।