- नियोक्ता ने जब्त किया पासपोर्ट, कर रहा है शोषण
- नियोक्ता ने धोखे में रखकर एक अनुबंध पर कराया हस्ताक्षर
- य़ुवक उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले का निवासी
अंबेडकर नगर। उत्तर प्रदेश के एक हिंदू समाज से जुड़े युवक के सऊदी अरब में फंसे होने की खबर सामने आई है। युवक के पिता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपने बेटे को वापस लाने की गुहार लगाई है। यह मामला इस समय राज्य में चर्चा का विषय बन गया है, और युवक के परिवार ने अपनी आर्थिक स्थिति को देखते हुए सरकार से मदद की अपील की है। सऊदी अरब में फंसा यह युवक उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले का रहने वाला है।
मामला क्या है?
यह युवक उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले एक गांव का निवासी है, जो कुछ समय पहले सऊदी अरब में नौकरी करने गया था। बेहतर नौकरी और परिवार को आर्थिक रूप से सहारा देने के लिए वह सऊदी अरब गया था, लेकिन वहां पर उसे गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा। जानकारी के अनुसार, युवक को वहां के नियोक्ता ने धोखे में रखकर एक अनुबंध पर हस्ताक्षर करवा लिया और उसे कड़ी शर्तों में काम करने पर मजबूर किया।
पिता की अपील-
युवक के पिता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करते हुए कहा है कि उनका बेटा सऊदी अरब में कठिन परिस्थितियों में फंसा हुआ है और उसे तत्काल मदद की आवश्यकता है। परिवार के पास इतने संसाधन नहीं हैं कि वे खुद विदेश में जाकर उसे वापस ला सकें या कानूनी मदद ले सकें। इसलिए उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि वे अपने स्तर पर इस मामले में दखल दें और युवक की वापसी सुनिश्चित करें।
सऊदी अरब में काम करने की स्थिति-
सऊदी अरब में कई विदेशी कामगारों के साथ उनके नियोक्ता कभी-कभी कठोर और अनुचित व्यवहार करते हैं। वहां की कुछ कंपनियां अपने कर्मचारियों से भारी काम करवाती हैं, लेकिन बदले में उचित वेतन या सुविधाएं नहीं देतीं। इस मामले में भी युवक का पासपोर्ट कथित तौर पर जब्त कर लिया गया है, जिससे वह सऊदी अरब से बाहर नहीं निकल पा रहा है।
भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार से अपेक्षाएं-
युवक के पिता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले में हस्तक्षेप की अपील की है। यह मामला विदेश मंत्रालय तक भी पहुंच सकता है, क्योंकि भारतीय नागरिकों को विदेश में मदद पहुंचाने का कार्य मंत्रालय का होता है। मुख्यमंत्री कार्यालय से अगर पहल की जाती है, तो भारत का सऊदी अरब में स्थित दूतावास भी इस मामले में हस्तक्षेप कर सकता है।
आगे की संभावनाएं-
यदि सरकार इस मामले में दखल देती है, तो संभव है कि सऊदी अरब के दूतावास के माध्यम से युवक को कानूनी मदद मिले और उसे भारत वापस लाया जा सके। इसके लिए आवश्यक हो सकता है कि संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय किया जाए और वहां की स्थानीय पुलिस या प्रशासन की मदद ली जाए।
इस मामले में परिवार को उम्मीद है कि सरकार उनकी इस पुकार को सुनेगी और उनके बेटे को सुरक्षित रूप से घर वापस लाने का हरसंभव प्रयास करेगी।