• अनुवाद करें: |
मुख्य समाचार

‘परीक्षा पे चर्चा’ में PM मोदी ने बढ़ाया छात्रों का आत्मविश्वास, दी तनावमुक्त परीक्षा की सलाह

  • Share:

  • facebook
  • twitter
  • whatsapp

- इस दौरान उन्होंने सूर्य स्नान, संतुलित आहार, फोकस, लीडरशिप, टाइम टेबल और सकारात्मक सोच जैसी महत्वपूर्ण बातों पर जोर दिया

- पीएम मोदी ने छात्रों को बताया कि सूर्य स्नान से शरीर को आवश्यक ऊर्जा मिलती है, जो परीक्षा के दौरान तनाव को कम करने में मदद कर सकता है

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के दौरान स्कूली छात्रों से संवाद किया और उनकी परीक्षा संबंधी समस्याओं का हल बताते हुए आत्मविश्वास बढ़ाने की दिशा में अहम सुझाव दिए। इस दौरान उन्होंने सूर्य स्नान, संतुलित आहार, फोकस, लीडरशिप, टाइम टेबल और सकारात्मक सोच जैसी महत्वपूर्ण बातों पर जोर दिया।  

सूर्य स्नान और संतुलित आहार की दी सलाह -  

पीएम मोदी ने छात्रों को बताया कि सूर्य स्नान से शरीर को आवश्यक ऊर्जा मिलती है, जो परीक्षा के दौरान तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। उन्होंने छात्रों को गेहूँ, बाजरा, चावल और मोटे अनाज को आहार में शामिल करने की सलाह दी, जिससे उनका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा और वे परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे।  

क्रिकेटर्स का उदाहरण देकर समझाया ध्यान केंद्रित करने का महत्व -  

छात्रों को फोकस बढ़ाने के तरीके बताते हुए प्रधानमंत्री ने क्रिकेटरों का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, "जैसे क्रिकेटर चारों ओर शोरगुल के बावजूद सिर्फ गेंद पर ध्यान केंद्रित करता है, वैसे ही छात्रों को भी अपने लक्ष्य पर फोकस करना चाहिए। बाहरी दबाव और लोगों की बातों को अपने दिमाग पर हावी नहीं होने देना चाहिए।"  

लीडरशिप के लिए जरूरी है धैर्य और विश्वास - 

लीडरशिप क्वालिटी पर पूछे गए सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा, "जब लोगों को आप पर विश्वास होता है, तभी वे आपकी लीडरशिप को स्वीकार करते हैं। लेकिन इसके लिए धैर्य रखना बहुत जरूरी है।" उन्होंने माता-पिता और शिक्षकों को भी सलाह दी कि बच्चों को सिर्फ किताबों तक सीमित न करें, बल्कि उनकी प्रतिभा को पहचानें और उन्हें खुला माहौल दें।  

लिखने की आदत डालें, टाइम मैनेजमेंट पर दें ध्यान -  

पीएम मोदी ने छात्रों को लिखने की आदत डालने की सलाह दी, जिससे वे अपने विचारों को बेहतर ढंग से व्यक्त कर सकें। उन्होंने बताया कि 24 घंटे सभी के पास समान होते हैं, इसलिए अपनी प्राथमिकताओं की लिस्ट बनाएं और लक्ष्य पर फोकस करें।  

तनाव और एंग्जायटी से बचने के उपाय -  

परीक्षा के तनाव को कम करने के लिए प्रधानमंत्री ने कहा, "डिप्रेशन और एंग्जायटी से बचने के लिए सबसे अच्छा तरीका यह है कि अगर कोई दुविधा हो तो उसे तुरंत कह दें। इसे अंदर दबाने से भविष्य में यह बड़ा मानसिक बोझ बन सकता है।"  

सकारात्मक सोच और असफलता से सीखने की दी सलाह -  

प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों से कहा कि लक्ष्य ऐसे होने चाहिए जो मुश्किल हों, लेकिन असंभव न हों, जिससे वे प्रेरित रह सकें। उन्होंने परीक्षा के डर से निपटने के लिए कठिन विषयों को पहले पढ़ने की सलाह दी, ताकि आत्मविश्वास बना रहे।  

उन्होंने छात्रों से कहा, "असफलताओं को एक शिक्षक की तरह देखें और उनसे सीखें। अगर हम असफलता को सकारात्मक रूप में लेंगे, तो सफलता की ओर बढ़ने की ताकत मिलेगी।"  

परीक्षा के लिए आत्मविश्वास और सही रणनीति जरूरी -  

प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम में छात्रों को नकारात्मक विचारों से दूर रहने, तनावमुक्त रहकर पढ़ाई करने और आत्मविश्वास बनाए रखने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि परीक्षा केवल नंबर पाने का खेल नहीं, बल्कि खुद को परखने और सुधारने का एक अवसर है।  

‘परीक्षा पे चर्चा’ के इस संवाद कार्यक्रम से छात्रों को न केवल परीक्षा संबंधी चिंताओं का हल मिला, बल्कि उनके आत्मविश्वास में भी बढ़ोतरी हुई।