एक महिला जो एक होनहार डॉ. थी जो कोलकाता के आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के रूप में काम कर रही थी, सब कुछ अच्छा चल रहा था लेकिन 8 अगस्त की रात उसके जीवन में एक ऐसा अंधेरा लेकर आई जिसमें वह हमेशा के लिए खो गयी...वो लगातार लोगों के लिए सेवा का काम कर रही थी लेकिन उसके बदले में उसे क्या मिला – सामूहिक बलात्कार प्रताड़ना, और हत्या।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार परिवार का कहना है कि इस हत्या को आत्महत्या साबित करने की कोशिश की गई.. परिजन जब खबर सुन कर अस्पताल पहुँचे तो पीड़िता के दोनों पाँव 90 डिग्री के हिसाब से फैले हुए थे, उसकी आँखों से खून बह रहा था..पाँव ही नहीं बल्कि पेट, होठ और उँगलियों पर भी जख्म के निशान थे, नाक से भी खून बह रहा था...शायद ही पीड़िता के शरीर का कोई हिस्सा था जिसे छोड़ा गया हो..सोचिए एक महिला के साथ कितनी क्रूरतापूर्वक बलात्कार किया गया..पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार ये सारी बर्बरता पीड़िता की मौत से पहले की गई थी इसके बाद पीड़िता का गला दबा कर उसकी हत्या कर दी गई..
इस घटना में एक संजय नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया गया है ..लेकिन पीडिता की पोस्टमार्ट रिपोर्ट कहती है कि ये अकेले एक व्यक्ति का काम नहीं है बल्कि सामूहिक दुष्कर्म का मामला है.. सुनने में ये बिल्कुल अजीब लग रहा है न? कि अब तक पुलिस सिर्फ एक आरोपी तक पहुँच पाई है...आरोप तो यह भी है कि सबूत मिटाने के लिए घटना स्थल के आस पास कंस्ट्रक्शन का काम शुरू करा दिया गया था... इस घृणित घटना पर सवाल पूछने पर सत्ताधारी दल की महिला सांसद लोगों को ब्लॉक कर दे रही हैं..कोलकत्ता पुलिस नोटिस थमा रही है..
इस भयावह घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, पूरे देश में इसके खिलाफ विरोध देखने को मिल रहा है, कैंडल मार्च निकाले जा रहे हैं, सोशल मीडिया पर हैशटैग चलाए जा रहे हैं.. पीड़िता के पिता ने बताया है कि देश उनकी बेटी को न्याय के लिए समर्थन दे रहा है, जिससे उन्हें आस जगी है....उनकी माँग की है कि उनकी बेटी के बलात्कारी और हत्यारों को मौत की सजा दी जाए...
लेकिन दुख की बात तो यह है कि इस पूरे घटनाक्रम पर मीडिया, सेलेब्रिटीज और कुछ नेताओं का एक बड़ा हिस्सा अब तक चुप्पी साधे हुए है जो समय समय पर अपने स्वार्थ के चलते देश में किसी न किसी मुद्दे पर शोर मचाते दिखाई देते हैं....आश्चर्यजनक रूप से इस मुद्दे पर वे सभी चुप हैं...पुलिस प्रशासन पर शुरुआत में ढिलाई बरतने के आरोप हैं...खैर पश्चिम बंगाल के लिए यह सब कोई नई बात नहीं है..संदेशखाली में महिलाओं का यौन शोषण जैसी और भी घटनाये हमारे सामने हैं...