इस सृष्टि पर खुशहाल जीवन के लिए आवश्यक है अपने आस-पास के वातावरण को साफ़ रखना, जिससे हमारे पर्यावरण की रक्षा हो सके और यह सुंदर बने...यहाँ आपको एक ऐसी लडकी (ईहा) की कहानी बताएंगे जिसने कक्षा सात में वाराणसी में पर्यावरणविदों की सूची में सम्मानित होकर पहला स्थान पाया है...ईहा को यह पुरुस्कार असम व मणिपुर के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य द्वारा दिया गया, वापस लौटने पर स्कूल प्रबंधन की ओर से ईहा का जोरदार तरीके से स्वागत किया गया...
ये पुरुष्कार सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्रालय और काशी ग्लोबल आर्गेनाईजेशन सोसाइटी की ओर राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ कार्य करने वालो को दिए जाते हैं...देश में 14 लोगों को इन पुरुस्कारों से सम्मानित किया जा चूका हैं...इसमें ईहा दीक्षित का नाम भी शामिल हो गया है और वे यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली सबसे कम उम्र की छात्रा है...उन्हें यह सम्मान उनकी पर्यावरण संबंधी उपलब्धियों के लिए प्रदान किया गया है...पौधारोपण के 328वें सप्ताह पर ईहा ने एक होटल में बहुत से पौधे भी लगाए हैं...उन्होंने मात्र चार वर्ष की आयु में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी जी की मन की बात को सुनकर ही पौधे लगाने का निश्चय कर लिया था...
इस पावन धरा को स्वस्थ व सुंदर रखने के लिए हर दिन पौधारोपण किया जाए जिससे यह प्रकृति सुरक्षित बनी रहे...प्रधानमन्त्री जी ने भी युवाओं को ‘एक पौधा अपनी माँ नाम’ पर लगाने का संकल्प लेने के लिए कहा है..