राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि पत्रकारिता में प्रौद्योगिकी तेजी से बदल रही है. ब्रिटिश सत्ता के दौरान प्रौद्योगिकी इतनी उन्नत नहीं थी, फिर भी लोकमान्य तिलक द्वारा केसरी अखबार में लिखा लेख – सरकारचे डोके ठिकाणावर आहे काय?, वायरल हो गया था. प्रगत टेक्नोलॉजी की अनुपस्थिति में भी यह लेख वायरल कैसे हो सका था, तो उसका उत्तर है लोक सहभाग. यही लोक सहभाग जब सम्पर्क मित्र अभियान द्वारा प्राप्त होगा तो उसका उपयोग राष्ट्र पुनर्जागरण में हो सकेगा.
सुनील आंबेकर गुरुवार सायं तरुण भारत के सम्पर्क मित्र अभियान के शुभारंभ अवसर पर संबोधित कर रहे थे. नागपुर के लक्ष्मीनगर में स्थित साइंटिफिक सोसायटी सभागार में कार्यक्रम संपन्न हुआ. इस अवसर पर नरकेसरी प्रकाशन के अध्यक्ष डॉ विलास डांगरे, प्रबंध संचालक धनंजय बापट, डिजिटल तरुण भारत के संपादक शैलेश पांडे, सहयोगी संपादक चरुदत्त कहू मंच पर उपस्थित थे.
उन्होंने कहा कि मराठी में अग्रणी अखबार तरूण भारत द्वारा आरंभ किया जा रहा सम्पर्क मित्र अभियान अभिनव तथा अभिनंदनीय है. आज के युग में जब नित नई प्रौद्योगिकी आगे आ रही है, ऐसे में इन पर किसी का नियंत्रण ना होने से अनर्थकारी बातें भी होने लगी हैं. ऐसे वातावरण में अदृश्य शक्तियों का उपद्रव भी बढ़ा है. विशेष बात यह, कि इन शक्तियों को स्थानीय तौर पर कुछ समर्थन भी मिल रहा है. ऐसे में सम्पर्क मित्रों को पहल कर समाज की सकारात्मक बातें आगे लाने का प्रयास करना चाहिए. दीवाली हो या होली, उत्सव के पर्व कैसे शांति से, उत्साहपूर्वक सोल्लास मनाए गए, इस प्रकार सकारात्मक वार्ता तरूण भारत के द्वारा पाठकों तक पहुंचनी चाहिए. नागरिकों द्वारा किए गए सकारात्मक कार्य भी समाज के सम्मुख प्रस्तुत होने चाहिए. जब अच्छे लोगों की अनुशंसा होगी, तब समाज के अन्य सद्गुणी लोग भी आगे आएंगे और राष्ट्र पुनर्जागरण में उनका सहयोग देंगे.
इसके पूर्व, तरुण भारत के प्रबंध संचालक धनंजय बापट ने अपने प्रास्ताविक में सम्पर्क मित्र अभियान पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि आज हाइब्रिड के समय में हमारे सम्पर्क मित्र भी उसी प्रकार कार्य करेंगे तथा प्रिंट मीडिया और पोर्टल में कार्य कर समाजोत्थान में अपना योगदान देंगे. दैनिक तरुण भारत ने राष्ट्रीय विचार का वहन किया है तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हमारा प्रेरणास्रोत है.
कार्यक्रम का संचालन चारुदत्त्त कहू तथा धन्यवाद ज्ञापन शैलेश पांडे ने किया.