विंध्यवासिनी देवी धाम मंदिर में दान पेटी में मिले 33 लाख रुपये
- एक महीने में पहली बार इतनी बड़ी धनराशि भक्तों ने किया दान
- धनराशि मंदिर के रखरखाव, धार्मिक आयोजनों, और समाज सेवा के कार्यों, गरीबों की मदद में होता है खर्च
मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित प्रसिद्ध विंध्यवासिनी देवी धाम में भक्तों ने एक बार फिर अपनी श्रद्धा और आस्था का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया। हाल ही में खोली गई दान पेटिका से 33 लाख 72 हजार रुपये की नकद राशि प्राप्त हुई। यह राशि भक्तों की ओर से माता विंध्यवासिनी के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए दान की गई थी।
दान का विवरण:
दान पेटिका में नकद राशि के अलावा सोने-चांदी के आभूषण, सिक्के, और अन्य उपहार सामग्री भी प्राप्त हुई है। मंदिर प्रबंधन ने बताया कि यह दान राशि महीनेभर में एकत्र हुई है, जब भक्त बड़ी संख्या में दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए मंदिर पहुंचे।
श्रद्धालुओं का उत्साह:
विंध्यवासिनी धाम में हर दिन हजारों भक्त दर्शन करने आते हैं। त्योहारों, नवरात्रि और विशेष आयोजनों के समय यह संख्या लाखों तक पहुंच जाती है। श्रद्धालु अपनी सामर्थ्य के अनुसार माता को चढ़ावा चढ़ाते हैं, जो मंदिर के संचालन और धार्मिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
दान राशि का उपयोग:
मंदिर प्रशासन ने बताया कि यह धनराशि मंदिर के रखरखाव, धार्मिक आयोजनों, और समाज सेवा के कार्यों जैसे गरीबों की मदद, भोजन वितरण, और शिक्षा संबंधित परियोजनाओं में उपयोग की जाएगी।
विंध्यवासिनी देवी धाम का महत्व:
विंध्यवासिनी देवी का मंदिर शक्ति पीठों में से एक है और इसका ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व अत्यधिक है। यह स्थान मां दुर्गा के स्वरूप विंध्यवासिनी को समर्पित है, जिन्हें शक्ति और सामर्थ्य की देवी माना जाता है। यहां न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत और विदेशों से भी श्रद्धालु आते हैं।यह घटना बताती है कि कैसे धर्म और आस्था समाज को जोड़ने में भूमिका निभाते हैं। भक्तों की ऐसी भक्ति और उदारता धार्मिक स्थलों की सुदृढ़ता और समाज कल्याण में सहायता करती है।