नई दिल्ली. स्क्वॉड्रन लीडर मोहना सिंह एलसीए Tejas उड़ाने वाली पहली महिला फाइटर पायलट बन गई है. मोहना सिंह की उपलब्धि ने वायु सेना में महिलाओं के लिए नए द्वार खोल दिए हैं.
मोहना सिंह भारतीय वायु सेना की एक प्रमुख महिला फाइटर पायलट हैं. मोहना आठ साल पहले फाइटर स्ट्रीम में शामिल हुईं थीं. अवनी चतुर्वेदी और भावना कांत के साथ फाइटर स्ट्रीम में आई थीं. मोहना सिंह जून 2016 में भारतीय वायुसेना (IAF) में शामिल होने वाली पहली तीन महिला लड़ाकू पायलटों में से एक थीं.
तीनों पायलट प्रारंभ में वायु सेना के विभिन्न लड़ाकू विमानों पर उड़ान भरते थे. अब Su-30MKi और LCA तेजस के रेगुलर फ्लीट में शामिल हैं. भारतीय वायुसेना दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर एयरफोर्स है. इसमें फिलहाल 20 महिला फाइटर पायलट्स हैं. साल 2016 में महिलाओं के लिए वायुसेना ने अपना फाइटर स्ट्रीम खोला था.
पिछले साल 2 दिसंबर को वायुसेना ने नॉन-ऑफिसर कैडर में 153 अग्नीवीर वायु (महिला) को शामिल किया. इनकी ट्रेनिंग कर्नाटक के बेलगावी एयरमेन ट्रेनिंग स्कूल में हुई. इसके अलावा 2280 रीक्रूट्स वायु सेना में शामिल हुए. वायु सेना ने महिलाओं को एलीट कमांडो ग्रुप गरुड़ में भी शामिल होने का मौका दिया है. शर्त यही है कि उसकी चयन प्रक्रिया पूरी करनी होती है.
मोहना सिंह को गुजरात के नलिया में स्थित नंबर 18 ‘फ्लाइंग बुलेट्स’ स्क्वाड्रन सौंपा गया है. वे मिग-21 Bison aircraft भी उड़ा चुकी हैं. इसके अलावा ‘तरंग शक्ति’ नामक हवाई युद्ध अभ्यास में भी भाग ले चुकी हैं, जो भारत द्वारा आयोजित किया जाने वाला सबसे बड़ा बहुपक्षीय हवाई युद्ध अभ्यास है.
मोहना सिंह का जन्म 22 जनवरी 1992 को राजस्थान के झुंझुनू में हुआ था. उनके पिता का नाम प्रताप सिंह है, जो एक रिटायर्ड एयरफोर्स ऑफिसर हैं. उनकी मां का नाम मंजू सिंह हैं, जो एक टीचर हैं. मोहना सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के एयरफोर्स स्कूल से की और बाद में पंजाब के अमृतसर में ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉज़ीज़ से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में बीटेक किया.