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ज्ञान रत्न से सम्मानित तेलंगाना निवासी ने श्रीरामलला मंदिर प्रांगण की यज्ञशाला में किया स्वरचित गीत “जय प्रसन्न हनुमान” का पाठ

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तेलंगाना राज्य के ज्ञान रत्न से सम्मानित हैदराबाद निवासी पंडित किशन रॉव देशपांडे ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर श्रीरामलला मंदिर प्रांगण की यज्ञशाला में स्वरचित गीत “जय प्रसन्न हनुमान” का पाठ किया. यज्ञशाला पहुंच कर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय ने उनका अभिनंदन किया और स्मृति चिह्न भेंट किया.

हैदराबाद निवासी पंडित किशन रॉव देशपांडे के अनुसार गोस्वामी तुलसीदास कृत हनुमान चालीसा के अध्ययन में यह महसूस किया कि अभी चालीसा की चौपाइयों की और अधिक व्याख्या की आवश्यकता है. हनुमान जी के अन्य कार्यों का भी गुणगान होना चाहिए.

इसी विचार से अध्यात्म रामायण का अध्ययन कर तेलुगु भाषा में जय प्रसन्न हनुमान की रचना की. रचना व गुणगान की सफलता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि तेलुगु गायक एसपी बालसुब्रमण्यम ने इसे अपनी आवाज़ दी और आज यह घर-घर सुनी जा रही है. सफलता से प्रेरित हो 140 पंक्तियों में इसका हिंदी रूपांतरण किया. जिससे यह हिंदी भाषी क्षेत्र में भी प्रसारित हो सके. इस अवसर पर डॉ. अनिल मिश्र व नन्द किशोर देशपांडे भी उपस्थित थे.