• अनुवाद करें: |
मुख्य समाचार

सरकार की पहल से हजारों प्रवासी वापस लौटे उत्तराखण्ड

  • Share:

  • facebook
  • twitter
  • whatsapp

देहरादून, उत्तराखण्ड

उत्तराखण्ड से वर्षों से बड़ी संख्या में लोग रोजगार और बेहतर सुविधाओं की तलाश में देश-विदेश चले गए थे। इससे कई गांव खाली हो गए और विकास प्रभावित हुआ। अब राज्य सरकार प्रवासी उत्तराखण्डियो की घर वापसी पर विशेष ध्यान दे रही है, ताकि वे फिर से अपनी जड़ों से जुड़ सकें और गांव और क्षेत्र के विकास में भागीदार बनें।वही सरकारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2018 से अगस्त 2025 तक राज्य के 6,282 प्रवासी अपने गांव या आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में वापस लौटे हैं। ये लोग खेती, पशुपालन, स्वरोजगार और अन्य छोटे-बड़े कार्यों से अपनी आजीविका चला रहे हैं। इनमें 27 देशों से लौटे 169 प्रवासी शामिल हैं, जबकि 4,769 लोग देश के विभिन्न राज्यों से वापस आए हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर अब पलायन निवारण आयोग प्रवासी पंचायतों की योजना तैयार कर रहा है, जिससे लौटे हुए लोगों को गांव में बेहतर सुविधाएं और सहयोग मिल सके। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में सरकार ने गांवों के विकास पर ध्यान देना शुरू किया है। घर वापसी करने वालों के लिए स्वरोजगार और अन्य योजनाएं लागू की गई हैं, जिससे प्रवासियों की वापसी आसान हुई है।