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नकली नोट फैक्ट्री, RSS के खिलाफ आपत्तिजनक साहित्य, मदरसे से क्या-क्या मिला?

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प्रयागराज का चर्चित मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम जाली नोट छापने के मामले में जांच के दायरे में है. जांच के क्रम में मदरसा को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. मदरसे में छापेमारी के दौरान पुलिस टीम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को बदनाम करने वाली किताबें मिली हैं. मदरसे के प्रमुख मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरीफीन के कमरे में आरएसएस पर लिखी गई आपत्तिजनक किताबें और तस्वीरें मिलने पर मामला गंभीर हो गया है.

मदरसा प्रमुख के कमरे से उर्दू भाषा में भड़काऊ साहित्य पाया गया. बरामद उर्दू साहित्य के अनुसार आरएसएस मुल्क में सबसे दहशतगर्द तंजीम है, किताब में आरएसएस के खिलाफ कई भड़काऊ लेख हैं, आरएसएस को किताब मे आतंकी संगठन बताया गया है. देश में हुई कई आतंकी घटनाओं का भी किताब में जिक्र किया गया है. महाराष्ट्र पुलिस के रिटायर्ड मुस्लिम पुलिस आधिकारी भड़काऊ किताब के लेखक हैं. जांच एजेंसियां उर्दू साहित्य से जुड़ी किताब की भी पड़ताल कर रही हैं. इन किताबों के जरिए मदरसे के बच्चों का ब्रेनवॉश किया जाता था.

उत्तर प्रदेश में मदरसों के आतंकी कनेक्शन को लेकर अक्सर आरोप लगते रहते हैं, लेकिन संगम नगरी प्रयागराज के एक मदरसे का मामला हैरान कर देने वाला है. यह मदरसा नकली नोट छापने का कारखाना बना हुआ था, प्रयागराज पुलिस ने मदरसे से संचालित होने वाले नकली नोट छापने के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार सदस्यों को गिरफ्तार किया था. नकली नोट छापने का कारखाना बना यह मदरसा प्रयागराज शहर के अतरसुइया इलाके में स्थित है. मदरसे का नाम जामिया हबीबिया है, यहां बड़ी संख्या में छात्र तालीम हासिल करते हैं, मदरसे के एक हिस्से में मस्जिद भी है.

    दरअसल, मदरसे में 28 अगस्त को पुलिस ने छापेमारी की. छापेमारी के दौरान चौंकाने वाले खुलासे हुए, छापेमारी के दौरान पुलिस को सिर्फ जाली नोट और जाली नोट छापने की मशीन ही नहीं मिली, बल्कि पुलिस को कुछ आपत्तिजनक किताबें भी मिली हैं. ऐसी ही एक किताब मदरसे में मिली, जिसमें आरएसएस के विरुद्ध बातें लिखी हुई हैं.

    ये किताब महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक एसएम मुशर्रफ द्वारा लिखी गई है. मुशर्रफ ने मुंबई 26/11 को लेकर भी कई आपत्तिजनक किताबें लिखीं थीं, ये सभी किताबें ऑनलाइन भी बिक रही हैं.

    प्रश्न उठता है कि आर.एस.एस. को आतंकी संगठन बताते हुए लिखी किताब का मकसद क्या था? इसकी पुलिस जांच कर रही है, मदरसे में पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्यों के नौजवान पढ़ने के लिए आते थे. ऐसे में संघ के विरुद्ध जहर घोलने वाली किताब की मदरसे से बरामदगी और मदरसे में जाली नोट की फैक्ट्री का क्या कनेक्शन है, पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस ये जांच भी कर रही है कि क्या मदरसे में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के दिमाग में संघ के विरुद्ध जहर तो नहीं भरा जा रहा था.