कानपुर. फर्रुखाबाद में रेल हादसा टलने और साबरमती एक्सप्रेस बेपटरी होने के बाद रविवार को एक अन्य रेल हादसे का प्रयास असफल हुआ. रविवार देर शाम भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस अनवरगंज-कासगंज रेलवे लाइन पर बर्राजपुर और बिल्हौर के बीच ट्रैक पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकरा गई. इमरजेंसी ब्रेक लगाकर लोको पायलट ने ट्रेन रोकी. फिलहाल किसी नुकसान की सूचना नहीं है. घटनास्थल पर ज्वलनशील पदार्थ से भरी बोतल, माचिस और एक संदिग्ध झोला मिला है.
घटना के बाद ट्रेन करीब 25 मिनट वहीं खड़ी रही. इसके बाद आगे निकाली गई और बिल्हौर स्टेशन पर भी रोका गया. आरपीएफ कन्नौज के इंस्पेक्टर ओपी मीणा ने बताया कि कैमरों की फुटेज के आधार पर दो लोगों को हिरासत में लिया गया है.
कानपुर से रविवार शाम चली कालिंदी एक्सप्रेस बर्राजपुर स्टेशन से ढाई किलोमीटर ही आगे निकली थी कि 8:25 बजे मुंढेरी क्रॉसिंग पार करने के बाद बिल्हौर स्टेशन से पांच किलोमीटर पहले ट्रैक पर रखा एलपीजी सिलेंडर ट्रेन से टकरा गया. तेज आवाज के बाद लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गार्ड को सूचना दी. इसके बाद मुंढेरी क्रॉसिंग के गेटमैन को भी जानकारी दी.
घटना की जानकारी मिलते ही अनवरगंज स्टेशन के रेलवे अधीक्षक, आरपीएफ और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए. ट्रैक पर लोहे जैसी किसी वस्तु के रगड़ने के निशान मिले हैं. आरपीएफ ने रेलवे ट्रैक और आसपास की झाड़ियों की जांच की. गनीमत रही कि सिलेंडर इंजन में फंसकर फटा नहीं, वरना बड़ा हादसा हो सकता था.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) हरीश चंद्र ने सोमवार को बताया कि मामले की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया. रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) भी मामले की जांच कर रहा है.
अकेली घटना नहीं
यह ट्रेन के पटरी पर किसी वस्तु से टकराने की अकेली घटना नहीं है. अगस्त में ही कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस पटरी पर एक नुकीली वस्तु रखे जाने के बाद पटरी से उतर गई थी. राजस्थान और अन्य जगहों पर भी ऐसी ही घटनाएं सामने आई हैं. पिछले महीने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्रेन के पटरी से उतरने की हालिया घटनाओं पर चिंता व्यक्त की थी. उन्होंने दावा किया था कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के कुछ ‘स्लीपर सेल’ इन हमलों को अंजाम दे रहे हैं.