उत्तर प्रदेश का पर्यटन विभाग अब धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त बनाने की तैयारी कर रहा है। इसलिए सरकार ने ठोस कदम उठाते हुए जागरूकता अभियान और मेले आयोजित करने का निर्णय लिया है। बता दें, इन कार्यक्रमों में पर्यटकों और स्थानीय व्यापारियों को यह समझाया जाएगा कि प्लास्टिक का इस्तेमाल हानिकारक क्यों है? और इसके स्थान पर कपड़े या जूट के थैलों का इस्तेमाल पर्यावरण के लिए उचित होंगे।
जानकारी के अनुसार, इन मेलों में स्थानीय कारीगरों और व्यापारियों को भी बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि वे अपने पर्यावरण के हित में बने उत्पाद पर्यटकों को बेच सकेंगे। इससे एक तरफ लोगों को सस्ते और टिकाऊ विकल्प मिलेंगे, वहीं दूसरी तरफ स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। सरकार ने हर जिले के प्रशासन को इस अभियान में सक्रिय भागीदारी का निर्देश दिया है। पर्यटन स्थलों के आस-पास साफ-सफाई अभियान चलेंगे और प्लास्टिक की बिक्री पर सख्ती से निगरानी रखी जाएगी।