संघ संस्मरण
दिसंबर 1971 में भारत के सैन्य बलों की एक जबरदस्त विजय के उपरांत पश्चिमी पाकिस्तान आजाद करा लिया गया। तब गुरुजी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को 22 दिसंबर को एक पत्र में लिखा, “ईश्वर करे देश की एकता परिस्थितियों का एक सही आंकलन और देश के सम्मान तथा प्रतिष्ठा की रक्षा करने के निश्चय के स्वरूप में इसी प्रकार बनी रहे। यह केवल खतरे के समय में ही आवश्यक नहीं है, लेकिन सही समय पर और राष्ट्र के पुनर्जागरण की सभी गतिविधियों के लिए भी आवश्यक है। राष्ट्रीय एकता की ताकत के निर्माण में जो राष्ट्रीय गर्व से परिपूर्ण है, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सदा आपके साथ है और रहेगा। मुझे विश्वास है कि देश के एक प्रतिनिधि के तौर पर आप इन सब पहलुओं पर विचार घरेलू तथा विदेशी नीतियों के निर्धारण के समय पर करेंगे। भगवान करे आप के नेतृत्व में भारत का मान-सम्मान इसी प्रकार बढ़ता रहे।”
।। 5 सरसंघचालक, अरुण आनंद, प्रभात प्रकाशन, प्रथम संस्करण-2020, पृष्ठ- 99 ।।