मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश
मुजफ्फरनगर का जेके एकेडमी स्कूल अब शिक्षा का मंदिर नहीं अपितु हिन्दू बच्चों की आस्था कुचलने का अखाड़ा बन चुका है। यहां 12वीं के छात्र 17 वर्षीय भीम को इतनी निर्दयता से प्रताड़ित किया गया कि वह फंदे से झूल गया। आरोप है कि प्रिंसिपल राहुल पवार और कट्टरपंथी मुस्लिम वाइस प्रिंसिपल दिलशाद ने फीस के बहाने भीम को न केवल जमकर पीटा बल्कि उसके हाथ-पैर बांधे, उसकी चोटी काट दी, माथे का तिलक रगड़कर मिटा दिया, कलावा और तुलसी की माला छीन ली ... मानो उसकी आत्मा तक से सनातन को नोच लेना चाहते हों। गांव के लोगों का आरोप है कि दिलशाद जैसे जिहादी मानसिकता वाले लोग स्कूल में वर्षों से हिंदू छात्रों के तिलक, माला और पूजा-पाठ पर पाबंदी लगा रहे हैं। हिन्दू बच्चों को प्रतिदिन धमकाया जाता कि 'चोटी रखी तो काट देंगे, तिलक लगाया तो मिटा देंगे। ' यह सिर्फ अपमान नहीं अपितु सनातन के खिलाफ इन कट्टरपंथियों की मानसिकता का असली चेहरा है। भीम के दादा ने कहा, पोते ने स्कूल में कुछ घिनौना देखा था, उसी दिन से उसे टॉर्चर किया जाने लगा। धमकी दी गई कि कहीं एडमिशन नहीं होने देंगे। भीम की हत्या के बाद पुरे गांव में आक्रोश फूट पड़ा। आज स्कूल बंद है, आरोपी फरार हैं और ग्रामीण न्याय के लिए सड़कपर उतर आये हैं। यह मामला मात्र एक हत्या नहीं यह सनातन पर संगठित हमला है।