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कार्यशाला

फोटोग्राफी विषयक एक दिवसीय कार्यशाला

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फोटोग्राफी खुद को अभिव्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम है। यह व्यक्ति के अंदर मौजूद कला तथा रचनात्मकता की अभिव्यक्ति का जरिया है। प्रोफेशनल फोटोग्राफर बनने के लिए फोटोग्राफी के माहौल को पढ़ने और अपनी प्रतिभा के जरिए उस क्षण को कैमरे में कैद करने की कला का उचित ज्ञान जरूरी है। श्रेष्ठ फोटोग्राफर बनने के लिए व्यक्ति में असीमित कल्पना शक्ति का होना आवश्यक है। ये विचार प्रेरणा जनसंचार एवं शोध संस्थान एवं प्रेरणा शोध संस्थान न्यास के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित फोटोग्राफी विषयक एक दिवसीय कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में आईएमएस काॅलेज गाजियाबाद के असिस्टेंट प्रोफेसर अनुराग सिंह ने व्यक्त किए।


प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करते हुए उन्होंने कहा कि तकनीकी के विकास के इस युग में संचार के विविध माध्यम विकसित हुए हैं, इनमें फोटोग्राफी भी विशिष्ट माध्यम के रूप में उभरा है। फोटोग्राफी आज दुनिया में सबसे बड़ी रूचि का क्षेत्र बन गया है। यही कारण है कि कई इंडस्ट्री मीडिया पर भी आधारित है। मीडिया क्षेत्र के अलावा विभिन्न आयोजनों, कार्यक्रमों में फोटोग्राफी का चलन बढ़ा है। खासतौर से डिजिटल फोटोग्राफी में अलग पहचान बनाई है। तीन सत्रों में आयोजित कार्यशाला में प्रतिभागियों को सैद्धांतिक, प्रयोगात्मक प्रशिक्षण दिया गया। प्रतिभागियों से फोटोग्राफी कराने के बाद विशेषज्ञ ने समीक्षा सत्र में फोटोग्राफी तकनीक की बारीकियों पर विस्तार से चर्चा की। कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र से सम्मानित भी किया गया।



इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के संयुक्त क्षेत्र प्रचार प्रमुख कृपाशंकर जी, प्रेरणा के आयाम प्रमुख अजय तोमर जी, कार्यक्रम अध्यक्ष डा. बी.एस. निगम जी, यूपीआरटीओयू की क्षेत्रीय निदेशक डा. कविता त्यागी जी का मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ। कार्यशाला में नोएडा तथा एनसीआर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के 25 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम का संचालन आदित्य देव त्यागी जी ने किया।