15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस का दिन पूरे राष्ट्र के लिए आन-बान-शान का दिन है। इस अवसर पर गांव से लेकर शहर तक हर जगह लहराता तिरंगा पूरे देशवासियों को गर्व से भर देता है। पिछले एक दशक से अब इस राष्ट्रीय पर्व पर फहराता भारतीय तिरंगा मजबूत राष्ट्र की गवाही दे रहा है। इसलिए अब देशभक्ति के साथ ही रोजगार सृजन भी हो रहा है।
हर घर तिरंगा अभियान के चलते उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को दो लाख से अधिक तिरंगा तैयार करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा भी सामाजिक संस्थाओं के द्वारा भी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ऑर्डर मिल रहे हैं। गौरतलब है कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है।
इस अभियान के अंतर्गत हर घर, दुकान, स्कूल और सरकारी इमारतों आदि पर 13 से 15 अगस्त तक तिरंगा फहराया जाएगा। इसलिए अब अधिक संख्या में तिरंगे की जरूरत होती है। ऐसे में भारी संख्या में आपूर्ति के दबाव के चलते स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को तिरंगे बनाने का अवसर मिलता है। इसी के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाएं लगभग 2.05 लाख तिरंगा तैयार करेंगी।
महिलाओं द्वारा तिरंगा तैयार करने में औसत लागत लगभग 16 रुपये तक आ रही है। और तैयार होने के बाद महिलाओं को एक तिरंगे पर करीब दो से तीन रुपये तक का मुनाफा हो जाता है।इसलिए कहते हैं जब राष्ट्र बढ़ेगा तो हम सब आगे बढ़ेंगे।