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महाकुंभ में वेदपाठियों के लिए वेद की ‘पाठशाला’, विश्व हिंदू परिषद के शिविर में 5 फरवरी तक वेद स्वाध्याय शिविर

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- 5 फरवरी तक चलने वाले इस वेद स्वाध्याय शिविर में देशभर से आए वेद विद्यार्थी वेदों का पारायण करेंगे

- देशभर में विहिप के 25 वेद विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जिनका उद्देश्य गांव-गांव में वेदों की ऋचाओं को गुंजाना और भारतीय संस्कृति को सुदृढ़ करना है

महाकुंभ नगर। 3 फरवरी – महाकुंभ के पावन अवसर पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा सेक्टर 18 शिविर में वेद विद्यालयों का विशेष शिविर आयोजित किया गया है। 5 फरवरी तक चलने वाले इस वेद स्वाध्याय शिविर में देशभर से आए वेद विद्यार्थी वेदों का पारायण करेंगे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और आचार्यों के मंगलाचरण से हुआ।  

वेदों के प्रचार-प्रसार का संकल्प -  

विहिप के केंद्रीय महामंत्री संगठन मिलिंद ने कहा कि महाकुंभ का यह आयोजन आध्यात्मिक साधना का केंद्र है, जहां वेदों की परंपरा को जीवंत बनाए रखने के लिए वेद पाठन और प्रचार-प्रसार आवश्यक है। उन्होंने बताया कि देशभर में विहिप के 25 वेद विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जिनका उद्देश्य गांव-गांव में वेदों की ऋचाओं को गुंजाना और भारतीय संस्कृति को सुदृढ़ करना है।  

वेदों से मिलता है योग्य जीवन जीने का मंत्र -  

शिविर में वक्ताओं ने वेदों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वेद न केवल आध्यात्मिक ज्ञान का स्रोत हैं, बल्कि समाज, राष्ट्र और पर्यावरण के प्रति कर्तव्यों की शिक्षा भी देते हैं। वेदों के अध्ययन से व्यक्ति अपने दायित्वों को बेहतर ढंग से समझ सकता है और एक आदर्श नागरिक बन सकता है।  

संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण पर बल -  

शिविर में संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण को भी प्रमुख विषय बनाया गया। वक्ताओं ने कहा कि संस्कृति और पर्यावरण परस्पर मित्र हैं, इसलिए अधिक से अधिक पौधे लगाना, पानी बचाना और प्लास्टिक के उपयोग से बचना आवश्यक है। साथ ही, हर घर में सत्संग और संस्कारों की शिक्षा देने पर भी जोर दिया गया।  

देशभर से वेद विद्यालयों के विद्यार्थी पहुंचे -  

शिविर में दिल्ली, नोएडा, वृंदावन, काशी, अयोध्या, प्रयागराज और देवप्रयाग सहित विभिन्न वेद विद्यालयों के विद्यार्थी शामिल हुए। उद्घाटन कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संत संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी, केंद्रीय सह मंत्री हरिशंकर और आचार्य चंद्रभानु समेत कई गणमान्य विद्वान उपस्थित रहे।  

वेद अध्ययन से राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा -

वक्ताओं ने कहा कि वेद केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का आधार भी हैं। वेद अध्ययन से व्यक्ति को संस्कार, संविधान का सम्मान और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का बोध होता है। इस शिविर के माध्यम से विद्यार्थियों को योग्य जीवन जीने का मंत्र सिखाया जाएगा। महाकुंभ में आयोजित यह वेद पाठशाला भारतीय संस्कृति और वेदों के प्रचार-प्रसार में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो रही है, जिससे नई पीढ़ी को वेदों का गहन ज्ञान प्राप्त होगा।