श्री तल्लपका अन्नमाचार्य की जयंती पर कोटि-कोटि नमन
22 मई 1408 - 04 अप्रैल 1503 की जयन्ती पर कोटि-कोटि नमन
श्री तल्लापाका अन्नामाचार्य जो अन्नामाचार्य जी के नाम से भी प्रसिद्ध हैं वह एक तेलुगु संत कवि और कर्नाटक संगीत रचयिता थे। वे दक्षिण भारत के पहले संगीतज्ञ थे जिन्होंने संकीर्तन की रचना की। उन्होंने तिरूमाला सात पर्वतों के देवता भगवान वेंकटेश्वर की स्तुति में अनेक भजनों की रचना की। तेलुगु भाषा भाषी उनको पद-कविता का पितामह मानते हैं।