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इतिहास

जब बालासाहब देवरस ने कहा ‘प्रतिबंध को बनाएंगे अवसर’

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संघ संस्मरण  

16 जून, 1975 के दिन सरसंघचालक ने रोहतक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक प्रशिक्षण शिविर को संबोधित किया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उन्हें मालूम था कि प्रतिबंध लगने ही वाला है - 

"जुलाई 1949 में केंद्र की कांग्रेस सरकार के मन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबंध लगाकर इसे समाप्त करने का विचार आया था। वही चर्चा और विचार आज भी अस्तित्व में है। शुरू में हमने इस ओर अधिक ध्यान न दिया, परंतु इस वर्ष जनवरी से ही मैं अपने विचार इस पर व्यक्त करता रहा हूँ। अगर कुछ हजार स्वयंसेवकों को जेल भी भेजा जाता है तो भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्य रुकने वाला नहीं है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को इस बात की भी परवाह नहीं कि इस पर प्रतिबंध लगाया जाता है अथवा नहीं। हम पूरे समर्पण भाव से कार्य करते रहेंगे। अगर संगठन पर प्रतिबंध लगता है तो हम इस प्रतिबंध को हमारे पक्ष में लाभ उठाने के लिए भरसक इस्तेमाल करेंगे।"

।।  5 सरसंघचालक, अरुण आनंद, प्रभात प्रकाशन, प्रथम संस्करण-2020, पृष्ठ-135 ।।