संघ संस्मरण
मार्च 1954 में प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ताओं की एक चिंतन बैठक महाराष्ट्र के सिंदी में आयोजित की गई। इस बैठक में सहभागियों को स्मरण कराते हुए श्री गुरुजी ने कहा- “ मैं आपसे केवल एक बात कहना चाहता हूं कि हम यह सभा उस स्थान पर कर रहे हैं, जहां हमारे परम पूजनीय डॉक्टर साहब ने हमारे संलेख के अलग-अलग पहलुओं, हमारी प्रार्थना और आदेशों आदि को अंतिम रूप दिया था। यह हमारे लिए एक अवसर है कि हम अपने कार्यों को एक बार फिर से याद करें तथा उनको दोहराएं एक ऐसे स्थल पर, जहां हम 1 सप्ताह से अपनी कार्ययोजना के निर्माण के लिए बैठे हैं। अगर हमारे आसपास की किसी भी दशा के कारण हमारे हृदय में कोई शंका है, तो हमें यह प्रतिज्ञा करनी है कि अपने अंदर किसी भी प्रकार की कमजोरी न आने देंगे और रात दिन काम करते हुए, अपनी पूरी शक्ति के साथ, हम अपने कार्य को सभी क्षेत्र में इस स्तर तक फैला देंगे कि कोई भी व्यक्ति उस वातावरण से अछूता न रह पाएगा।”
।। 5 सरसंघचालक, अरुण आनंद, प्रभात प्रकाशन, प्रथम संस्करण-2020, पृष्ठ- 94 ।।